સમાચાર WhatsApp પર મેળવવા માટે જોડાવ Join Now

Whatsapp Group Join Now
Telegram Group Join Now
instagram Group Join Now

गुजरात का आकर्षण बनेगा भव्य सिंह आकार का मंदिर



दुनिया का पहला शेर के आकार का मंदिर बनने जा रहा है। यह मंदिर गुजरात के नल सरोवर में बनाया जाएगा। इस शेर के आकार वाले मंदिर का निर्माण 25 करोड़ रुपये की अनुमानित लागत से किया जाएगा।

गुजरात का आकर्षण बनेगा भव्य सिंह आकार का मंदिर

आइये जानते हैं इस मंदिर के बारे में पूरी जानकारी।

आपको बता दें कि गुजरात की धरती पर एक अद्भुत मंदिर बनने जा रहा है। गुजरात के साणंद तालुका में देवी दुर्गा का शेर के आकार का मंदिर बनने जा रहा है, जो दुनिया में कहीं और नहीं है। यह मंदिर शेर के आकार में बनाया गया है। खास बात यह है कि इस मंदिर के लिए माताजी की ज्योति पाकिस्तान के एक मंदिर से आएगी।

यह भव्य मंदिर कहां स्थित है?

साणंद तालुका में नरसारोवर के पास वनालिया गांव में एक दुर्गा मंदिर का निर्माण किया जा रहा है। इस मंदिर में 51 शक्तिपीठों के दर्शन किये जा सकते हैं। यह मंदिर गुजरात के श्रद्धालुओं के लिए एक अनूठा आध्यात्मिक और सांस्कृतिक केंद्र बना रहेगा। जिसमें देश की विरासत और संस्कृति को प्रदर्शित किया जाएगा।

मंदिर की विशेष विशेषता

मंदिर की खास विशेषता की बात करें तो मंदिर का मुख्य भाग शिखर की जगह शेर के आकार का होगा। मंदिर में देवी मां की 21 फुट ऊंची प्रतिमा स्थापित की जाएगी। यह ज्योति पाकिस्तान स्थित हिंगलाज माता शक्तिपीठ से लाई जाएगी। मुख्य प्रवेश द्वार के बजाय, प्रवेश 355 फुट लंबे त्रिशूल आकार के आश्रम से होगा। श्रद्धालु एक ही स्थान पर 51 शक्तिपीठों के दर्शन कर सकेंगे। मंदिर के लिए पत्थर औरंगाबाद से मंगवाए जाएंगे। ऐसी व्यवस्था की जाएगी कि एक समय में 500 लोग मंदिर में दर्शन कर सकें। मंदिर परिसर में ध्यान केंद्र, जलापूर्ति और विश्राम गृह जैसी सुविधाएं होंगी।

ज्योति माता हिंगलाज मंदिर से लाई जाएगी।

इस मंदिर में तीन माह के भीतर देशभर के 45 शक्तिपीठों और अन्य देशों के छह शक्तिपीठों से ज्वालाएं एकत्रित की जाएंगी। इसके लिए संगठन के चार सदस्य पाकिस्तान जाकर हिंगलाज माता शक्तिपीठ के दर्शन करेंगे और वहां से ज्योति भी लेकर आएंगे।

मंदिर प्रमुख द्वारा की गई एक अनूठी पहल

यह पहला मंदिर है जहां 500 लोगों के लिए व्यवस्था होगी। मंदिर निर्माण से पहले मंदिर द्वारा एक अनूठी पहल भी शुरू की गई है। मंदिर प्रमुख के अनुसार, एक महीने की छोटी सी अवधि में 15 गांवों की 201 अनाथ या जरूरतमंद लड़कियों को गोद लिया जाएगा। ये गांव नल झील के आसपास होंगे। इन बेघर बेटियों के लिए भी मंदिर में विशेष व्यवस्था की जाएगी।

इसलिए जब भी यह मंदिर बने तो आपको इस मंदिर के दर्शन जरूर करने चाहिए।


(ये आर्टिकल में सामान्य जानकारी आपको दी गई है अगर आपको किसी भी उपाय को apply करना है तो कृपया Expert की सलाह अवश्य लें) RRR
Whatsapp Group Join Now
Telegram Group Join Now
instagram Group Join Now
RRR

Post a Comment

Previous Post Next Post
Whatsapp ગ્રુપમાં જોડાવ