दिल्ली विधानसभा चुनाव के शुरुआती रुझान सामने आने लगे हैं। मतगणना के आगाज के साथ ही भारतीय जनता पार्टी ज्यादातर सीटों पर आगे चल रही है। अब ऐसे में अगर बीजेपी दिल्ली में वापसी करती है तो 1998 के बाद पहली बार राजधानी में बीजेपी की सरकार बनेगी।
दिल्ली का मुख्यमंत्री कौन बनेगा?
लेकिन अब सवाल यह उठता है कि अगर बीजेपी जीतती है तो दिल्ली का मुख्यमंत्री कौन बनेगा ? आखिर भाजपा का सबसे बड़ा सीएम फेज दिल्ली में कौन होने वाला है ?कौन से नामों की चर्चा सबसे ज्यादा चल रही है और क्या फिर भाजपा फिर से कोई सरप्राइज देगी?
प्रवेश वर्मा
नई दिल्ली सीट से अरविंद केजरीवाल को टक्कर देने वाले और अब फिलहाल जैसे रिजल्ट आया उसमें नई दिल्ली सीट से अरविंद केजरीवाल को हराने वाले प्रवेश वर्मा का नाम सबसे ज्यादा तेज चल रहा है। केजरीवाल को हराने के बदले बीजेपी उन्हें सीएम पद पर बिठाकर सबसे बड़ा तोहफा दे सकती है।
वीरेंद्र सचदेवा
वहीं दिल्ली में बीजेपी के अध्यक्ष वीरेंद्र सचदेवा का नाम भी सीएम पद की रेस में शामिल है। वहीं वीरेंद्र सचदेवा के नेतृत्व में ही बीजेपी ने दिल्ली में चुनाव लड़ा है। अगर ऐसे में दिल्ली में बीजेपी जीतती है तो इसमें वीरेंद्र सचदेवा का बड़ा योगदान होगा। जाहिर है पार्टी के आला कमान उन्हें पूरी तरह से दिल्ली की कमान भी सौंप सकते हैं।
स्मृति ईरानी
वहीं बीजेपी के पूर्व सांसद और स्टार प्रचारक रहे स्मृति ईरानी का भी दिल्ली में वाइल्ड कार्ड एंट्री हो सकती है। वहीं लोकसभा चुनाव में अमेठी की सीट हारने के बाद पूर्व केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी के पास अभी कोई बड़ बड़ा पद नहीं है। अब ऐसे में स्मृति ईरानी को दिल्ली की बागडोर मिलने की भी अनुमान जताई जा रही है।
मनजिंदर सिंह सिरसा
वहीं रजौरी गार्डन से बीजेपी के उम्मीदवार रहे मनजिंदर सिंह सिरसा का भी नाम सीएम पद के लिस्ट में शामिल है। दिल्ली से लेकर पंजाब तक मनजिंदर सिंह सिरसा का बोलबाला है। ऐसे में सिरसा को सीएम बनाकर बीजेपी ना सिर्फ दिल्ली बल्कि पंजाब की राजनीति भी साध सकती है।
दुष्यंत गौतम
वहीं दिल्ली की करोलबाग विधानसभा सीट से चुनावी मैदान में उतरे दुष्यंत गौतम भी सीएम कैंडिडेट की लिस्ट में मौजूद हैं। वहीं करोल बाग की जहां दिल्ली की सबसे हॉट सीटों में गिना जाता है वहीं दुष्यंत गौतम दलित यानी एससी उम्मीदवार हैं। अब ऐसे में उन्हें सीएम बनाकर बीजेपी दलितों को अपने पक्ष में करने की रणनीति बना सकती है।
मनोज तिवारी
लेकिन इसके अलावा बिहार से ताल्लुक रखने वाले मनोज तिवारी का भी नाम तेजी से चल रहा है। दिल्ली में यदि बीजेपी इस बार चुनाव जीतती है तो मनोज तिवारी को भी सीएम बना सकती है। तिवारी को पूर्वांचल का सबसे बड़ा चेहरा बताया जाता है। वह दिल्ली प्रदेश की जिम्मेदारी भी संभाल चुके हैं। दो बार से सांसद भी हैं वहीं पूर्वांचल वोट को बटने से बचाने में इनकी खास भूमिका रही है। लेकिन देखना यह होगा कि क्या फिर से बीजेपी कोई सरप्राइज देती है राजस्थान और मध्य प्रदेश की तरह।
(ये आर्टिकल में सामान्य जानकारी आपको दी गई है अगर आपको किसी भी उपाय को apply करना है तो कृपया Expert की सलाह अवश्य लें) RRR
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