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बेचा जा रहा है यह सरकारी बैंक मार्च तक पूरी होगी प्रक्रिया!



IDBI Bank Sold Process बैंक के निजीकरण की प्रक्रिया तेजी से आगे बढ़ रही है, और सरकार इसे मार्च 2025 तक पूरा करने का लक्ष्य रख रही है।

बेचा जा रहा है यह सरकारी बैंक मार्च तक पूरी होगी प्रक्रिया!


इस कदम का उद्देश्य बैंकिंग क्षेत्र में सुधार और सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों की कार्यक्षमता में वृद्धि करना है।

इस बैंक को लेकर एक बड़ी खबर आ रही है। इस महीने के अंत तक बैंक का निजीकरण हो सकता है। एक मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक इस बैंक की विनिवेश प्रक्रिया मार्च में पूरी हो जाएगी। रिपोर्ट के मुताबिक, केंद्र सरकार अगले वित्तीय वर्ष के पहले छह महीनों तक बैंक में लेनदेन पूरा करने का लक्ष्य रख रही है। इस बीच, मंगलवार, 11 मार्च को इसका स्टॉक 2% से अधिक गिरकर 71.54 रुपये के निचले स्तर पर आ गया।

निजीकरण की प्रक्रिया और समयसीमा

सरकार और भारतीय जीवन बीमा निगम (LIC) संयुक्त रूप से आईडीबीआई बैंक में 60.72% हिस्सेदारी बेचने की योजना बना रहे हैं। वर्तमान में, सरकार की हिस्सेदारी 45.48% और एलआईसी की हिस्सेदारी 49.24% है।

वित्त मंत्रालय के अनुसार, मार्च 2025 तक इस प्रक्रिया को पूरा करने की उम्मीद है।

वित्तीय बोलियों की प्रक्रिया

सरकार ने संभावित निवेशकों से अभिरुचि पत्र (EOI) प्राप्त किए हैं, और अब वित्तीय बोलियां आमंत्रित करने की योजना बना रही है। यह प्रक्रिया नवंबर 2024 में शुरू होने की संभावना है, और वित्तीय वर्ष 2024-25 की चौथी तिमाही तक पूरी होने की उम्मीद है।

इससे पहले, संभावित बोलीदाताओं को सुरक्षा मंजूरी मिल चुकी है, जिससे प्रक्रिया में तेजी आई है।

बैंकिंग क्षेत्र में सुधार और आईबीसी में संशोधन

आईडीबीआई बैंक के निजीकरण के साथ-साथ, सरकार दिवाला और ऋण शोधन अक्षमता संहिता (IBC) में सुधार करने की योजना बना रही है। इन सुधारों का उद्देश्य बैंकों की वसूली प्रक्रिया को तेज और प्रभावी बनाना है। वित्त वर्ष 2023-24 में आईबीसी के माध्यम से वसूली दर 32% रही, जिसे बढ़ाने के लिए सुधार आवश्यक हैं।

निजीकरण के लाभ और चुनौतियाँ

आईडीबीआई बैंक के निजीकरण से बैंकिंग क्षेत्र में प्रतिस्पर्धा बढ़ेगी और सेवा गुणवत्ता में सुधार होगा। हालांकि, इस प्रक्रिया में चुनौतियाँ भी हैं, जैसे कि निवेशकों की अपेक्षाएँ, नियामक अनुमोदन, और बाजार की स्थितियाँ। सरकार इन चुनौतियों का समाधान करने के लिए सक्रिय रूप से काम कर रही है।

निष्कर्ष

आईडीबीआई बैंक का निजीकरण भारतीय बैंकिंग क्षेत्र में एक महत्वपूर्ण कदम है, जो वित्तीय सुधारों को गति देगा और सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों की कार्यक्षमता में सुधार करेगा। सरकार की प्रतिबद्धता और सक्रिय प्रयासों से यह प्रक्रिया सफल होने की उम्मीद है, जिससे देश की आर्थिक प्रगति में योगदान मिलेगा।

यह लेख आईडीबीआई बैंक के निजीकरण से संबंधित नवीनतम जानकारी प्रदान करता है, जो भारतीय बैंकिंग क्षेत्र में सुधार के प्रयासों को दर्शाता है।


(ये आर्टिकल में सामान्य जानकारी आपको दी गई है अगर आपको किसी भी उपाय को apply करना है तो कृपया Expert की सलाह अवश्य लें) RRR
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