સમાચાર WhatsApp પર મેળવવા માટે જોડાવ Join Now

Whatsapp Group Join Now
Telegram Group Join Now
instagram Group Join Now

RBI की बड़ी कार्रवाई: अहमदाबाद के इस बैंक का लाइसेंस रद्द



भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) ने हाल ही में कुछ सहकारी बैंकों के खिलाफ कार्रवाई की है। उल्लेखनीय है कि अहमदाबाद के कलर मर्चेंट्स कोऑपरेटिव बैंक ने अपना बैंकिंग कारोबार बंद कर दिया है। आइये जानें इसका ग्राहकों पर क्या प्रभाव पड़ेगा। अगर आप अहमदाबाद के निवासी हैं तो इस खबर को अपने व्हाट्सएप ग्रुप में शेयर करें। अहमदाबाद के अन्य लोगों को भी यह जानकारी जाननी चाहिए।

 

RBI की बड़ी कार्रवाई: अहमदाबाद के इस बैंक का लाइसेंस रद्द

भारतीय रिज़र्व बैंक (RBI) ने 16 अप्रैल 2025 को अहमदाबाद स्थित कलर मर्चेंट्स को-ऑपरेटिव बैंक का बैंकिंग लाइसेंस रद्द कर दिया है। आरबीआई ने यह कदम बैंक की खराब वित्तीय स्थिति और ग्राहकों के हितों की रक्षा के लिए उठाया है।

बैंक का लाइसेंस क्यों रद्द किया गया?

आरबीआई द्वारा जारी बयान के अनुसार:

  • बैंक के पास पर्याप्त पूंजी नहीं थी।
  • बैंक की कमाई की संभावनाएं न के बराबर थीं।
  • बैंक बैंकिंग रेगुलेशन एक्ट के कई नियमों का पालन नहीं कर रही थी।
  • ग्राहक हितों को खतरा था अगर बैंक की सेवाएं जारी रहतीं।

इसलिए आरबीआई ने यह तय किया कि बैंक का कामकाज बंद कर देना ही ग्राहकों और सार्वजनिक हित में है।

अब आगे क्या होगा?

RBI के आदेश के बाद बैंक की स्थिति इस प्रकार है:

  • 16 अप्रैल 2025 की दोपहर से बैंक की सभी बैंकिंग सेवाएं पूरी तरह बंद कर दी गई हैं।
  • बैंक में न तो पैसे जमा किए जा सकते हैं और न ही निकाले जा सकते हैं।
  • गुजरात राज्य सहकारी सोसाइटी रजिस्ट्रार को बैंक को बंद करने के निर्देश दिए गए हैं।
  • एक लिक्विडेटर (Liquidator) नियुक्त किया गया है, जो बैंक की संपत्तियों और देनदारियों का निपटारा करेगा।

ग्राहकों के पैसों का क्या होगा?

अगर आपका खाता कलर मर्चेंट्स को-ऑपरेटिव बैंक में है, तो चिंता की बात नहीं है। भारत में सभी बैंक खातों पर DICGC (Deposit Insurance and Credit Guarantee Corporation) द्वारा बीमा उपलब्ध है।

  • हर खाताधारक को ₹5 लाख तक का बीमा कवरेज मिलेगा।
  • इसमें मूलधन और ब्याज दोनों शामिल होते हैं।
  • RBI के मुताबिक लगभग 98.51% खाताधारकों की जमा राशि ₹5 लाख या उससे कम है, जिन्हें पूरा पैसा वापस मिलेगा।

अब तक DICGC द्वारा लगभग ₹13.94 करोड़ की राशि का भुगतान किया जा चुका है।

DICGC दावा प्रक्रिया – पैसे कैसे वापस मिलेंगे?

यदि आपका खाता इस बैंक में है, तो नीचे दिए गए स्टेप्स को फॉलो करें:

  • सबसे पहले यह सुनिश्चित करें कि आपका खाता कलर मर्चेंट्स को-ऑपरेटिव बैंक में है।
  • बैंक या लिक्विडेटर से मिली नोटिस और सूचनाएं ध्यानपूर्वक पढ़ें।
  • DICGC द्वारा निर्धारित दावे की प्रक्रिया का पालन करें।
  • आवश्यक दस्तावेज तैयार रखें:
    • पहचान प्रमाण (आधार कार्ड, पैन कार्ड)
    • खाता विवरण (पासबुक या स्टेटमेंट)
    • जमा राशि का प्रमाण

इस कार्रवाई से क्या असर होगा?

  • छोटे खाताधारकों के पैसे सुरक्षित हैं।
  • जिन ग्राहकों की जमा राशि ₹5 लाख से अधिक है, उन्हें अतिरिक्त रकम के लिए लिक्विडेशन प्रक्रिया का इंतजार करना होगा – लेकिन इसकी कोई गारंटी नहीं है।
  • ग्राहकों को सलाह दी जाती है कि वे जल्द से जल्द DICGC क्लेम की प्रक्रिया शुरू करें।

भविष्य के लिए क्या सावधानी रखें?

  • किसी भी सहकारी बैंक में खाता खोलने से पहले उसकी वित्तीय स्थिति और RBI कंप्लायंस की जांच करें।
  • यह सुनिश्चित करें कि बैंक DICGC बीमा के अंतर्गत आता हो।
  • अपने पैसे को कई हिस्सों में अलग-अलग बैंकों में रखना एक सुरक्षित रणनीति हो सकती है।

FAQs – अक्सर पूछे जाने वाले सवाल

Q1: आरबीआई ने कलर मर्चेंट्स बैंक का लाइसेंस क्यों रद्द किया?
उत्तर: बैंक की कमजोर वित्तीय स्थिति, कमाई की संभावनाओं की कमी और RBI नियमों का पालन न करने के कारण लाइसेंस रद्द किया गया।

Q2: क्या ग्राहकों को उनके पैसे वापस मिलेंगे?
उत्तर: हां, लगभग 98.51% ग्राहकों को ₹5 लाख तक की जमा राशि का पूरा भुगतान मिलेगा।

Q3: जिनकी जमा ₹5 लाख से ज्यादा है उनका क्या होगा?
उत्तर: अतिरिक्त राशि का भुगतान लिक्विडेशन की प्रक्रिया के आधार पर किया जा सकता है, लेकिन इसकी गारंटी नहीं है।

Q4: पैसे वापस पाने के लिए क्या करना होगा?
उत्तर: पहचान प्रमाण, खाता विवरण और DICGC द्वारा बताई गई प्रक्रिया के अनुसार दावा दर्ज करना होगा।

Q5: क्या DICGC ने भुगतान शुरू कर दिया है?

 उत्तर: हां, अब तक ₹13.94 करोड़ का भुगतान किया जा चुका है।

निष्कर्ष

कलर मर्चेंट्स को-ऑपरेटिव बैंक का लाइसेंस रद्द होना आरबीआई की सख्त वित्तीय निगरानी का एक उदाहरण है। हालांकि यह निर्णय कई ग्राहकों के लिए चौंकाने वाला हो सकता है, लेकिन DICGC बीमा प्रणाली के चलते अधिकांश खाताधारकों के पैसे सुरक्षित हैं। यदि आपका भी खाता इस बैंक में है, तो तुरंत कार्रवाई करें, दावा प्रक्रिया शुरू करें और अपने पैसे सुरक्षित करें। 

यह जानकारी उपयोगी लगी हो तो इसे अपने WhatsApp ग्रुप या सोशल मीडिया पर जरूर साझा करें, ताकि और लोग भी जागरूक बनें। 📲✅


(ये आर्टिकल में सामान्य जानकारी आपको दी गई है अगर आपको किसी भी उपाय को apply करना है तो कृपया Expert की सलाह अवश्य लें) RRR
Whatsapp Group Join Now
Telegram Group Join Now
instagram Group Join Now
RRR

Post a Comment

Previous Post Next Post
Whatsapp ગ્રુપમાં જોડાવ