गृह प्रवेश पूजन को करने से पहले हम कलश को लेकर के घर के अंदर प्रवेश करते हैं ? कलश हमको कैसे बनाना है? कलश में कौन-कौन सी वस्तुएं डालनी है? कलश में जल कहां से लाना है? इसी विषय पे करेंगे चर्चा
कलश में जल कहां से लाना है?
सबसे पहले आप कलश या तो तांबे का हो और या तो मिट्टी का हो तो उसमें आपको गंगाजल डालना है। इसके बाद में आपके घर के पास में कोई मंदिर हो, कोई नदी हो, तालाब हो, कुआं हो, बाबड़ी हो वहां से आपको उसको पूरा का पूरा जल से परिपूर्ण करना है। कलश में आपको मौली बांधनी है ऊपर। बीच में आपको स्वास्तिक का चिन्ह बनाना है।
कलश में कौन-कौन सी वस्तुएं डालनी है?
अब इसके बाद में कलश के अंदर आपको रोली, फूल, दूरबा हल्दी, हल्दी की साबुत, गांठ सुपारी चावल सिक्का यह सारी वस्तुएं आपको कलश के अंदर डालनी है। फिर इसके बाद में आपको उसमें आम के पत्ते डालने हैं जो ऊपर की ओर उठे हुए हो। अब आपको क्या करना है आपको एक प्याली में चावल लेकर के उसके ऊपर रखना है। कलश के ऊपर अब कलश पर जब आपने चावल रखें तो एक नारियल जो पानी वाला नारियल होता है जिसको जटा वाला नारियल भी बोलते हैं लाल कपड़े में लपेट करके मौली से बांध करके और उसके ऊपर रखना है। फिर इसके बाद में पूजन करना है। रोली, चावल इत्यादि जो भी ब्राह्मण वहां पर होंगे आपको पूजन संपन्न कराएंगे। माला पुष्प चढ़ा करके और फिर उसको सर के ऊपर धारण करते हुए जो साथ में स्त्रियां हो मंगल गीत का गान करते हुए घर की ओर वो प्रस्थान करें। इस तरह से कलश को भर के और हम दरवाजे पर आते हैं फिर घर के अंदर प्रवेश करते हैं।
तो हमने आपको बताया मंगल कलश किस तरह से लेकर के हमको मांगलिक गीतों को गाते हुए मंगल मंत्रों का वेद पाठ होता हुआ ब्राह्मण उच्चारण करें और आप घर के अंदर प्रवेश कर रहे हैं।
मित्रों यदि चाहते हैं वैदिक विधि के द्वारा गृह प्रवेश पूजा संपन्न कराना।
(ये आर्टिकल में सामान्य जानकारी आपको दी गई है अगर आपको किसी भी उपाय को apply करना है तो कृपया Expert की सलाह अवश्य लें) RRR
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